सफलता के साधन | ब्रायन ट्रेसी | Means of Success | Brian Tracy
सफलता के साधन ( Safalta Ke Sadhan )| ब्रायन ट्रेसी हिन्दी pdf book - एक युवक ने एक दार्शनिक से कहा , " जीवन मुश्किल है । " दार्शनिक ने विचारपूर्वक जवाब दिया , " किसकी तुलना में ? " जीवन बहुत अद्भुत और बेशकीमती है । हममें से ज़्यादातर लोगों के लिए आज जीवन में इतने ज़्यादा अवसर और संभावनाएँ भरी हुई हैं , जो पहले कभी मौजूद नहीं थीं ।
ज़िंदा रहने के लिए यह मानव इतिहास का सर्वश्रेष्ठ समय है और ऐसी उम्मीद की जा सकती है कि आगे आने वाले वर्ष ज़्यादा अच्छे और ज़्यादा उज्ज्वल होंगे । बेंजमिन फ्रैंकलिन ने एक बार लिखा था , " क्या आप जीवन को महत्त्व देते हैं ? तो फिर समय बर्बाद नहीं करें , क्योंकि यही वह कच्चा माल है जिससे जीवन बना है ।
" समय और जीवन की सबसे बड़ी बर्बादी अनपेक्षित व्यवधानों , आपातकालीन स्थितियों , अचानक आने वाले आगंतुकों या फ़ोनों की पारंपरिक सूची नहीं है । जीवन की सबसे बड़ी बर्बादी तो तब होती है , जब लोग जीवन में लक्ष्यों , स्पष्ट अर्थ और उद्देश्य के बिना जीने की कोशिश करते हैं ।
पुरानी कहावत पूरी तरह से सच है , " योजना बनाने में असफलता का मतलब है असफलता की योजना बनाना । " कई लोग अपनी जिंदगी उस कुत्तो की तरह जीते हैं , जो गर्मियों में मैदान में एक खरगोश का पीछा कर रहा है ।
जब कुत्ता उस खरगोश के पीछे भागता है , तो अचानक दूसरा खरगोश निकल आता है और उसे देखकर कुत्ता अपनी दिशा बदलकर दूसरे खरगोश का पीछा करने लगता है ।
जब कुत्ता दूसरे खरगोश को पकड़ने के बहुत क़रीब होता है , तभी एक तीसरा खरगोश निकल आता है और कुत्ता एक बार फिर दूसरी दिशा में चल देता है । शाम तक कुत्ता थक जाता है और एक भी खरगोश नहीं पकड़ पाता है ।
यह बहुत सारे लोगों के जीवन और करियर की कहानी है । चूँकि लोग अपने लक्ष्यों और उद्देश्यों के बारे में स्पष्ट नहीं होते , इसलिए वे पहले एक नौकरी करते हैं और फिर दूसरी की तरफ़ चल देते हैं ।
वे एक निवेश अवसर के पीछे लपकते हैं और फिर कुछ समय बाद किसी दूसरे के पीछे लपकने लगते हैं । वे एक संबंध जोड़ते हैं और फिर जल्दी ही दूसरे संबंध जोड़ने के चक्कर में पड़ जाते हैं । आँकड़ों के अनुसार टी.वी. देखते वक़्त आम आदमी रिमोट कंट्रोल से एक घंटे में 100 बार चैनल बदलता है ।
इस कारण वह किसी भी कार्यक्रम की शुरुआत , मध्य और अंत तीनों एक साथ नहीं देख पाता है । अक्सर लोग अपनी जिंदगी भी ऐसे ही जीते हैं ।
एकाग्र मस्तिष्क से स्पष्ट लक्ष्य की दिशा में ध्यान केंद्रित करने की आपकी योग्यता जीवन में किसी भी महत्त्वपूर्ण चीज़ को हासिल करने के लिए अनिवार्य है । आगे के पन्नों में हम [ आपको दिखाएँगे कि यह कैसे करना है ।
हम लक्ष्य तय करने और लक्ष्य हासिल करने का क़दम दर क़दम तंत्र समझाएँगे , जिसका इस्तेमाल करके आप अपनी जिंदगी में कोई भी मनचाही चीज़ हासिल कर सकते हैं और यह काम आपकी कल्पना से भी ज़्यादा तेज़ी से होगा । लक्ष्य तय करने की प्रक्रिया में कोई असाधारण चीज़ होती है ।
जब आप अपने लक्ष्य काग़ज़ पर लिखते हैं , तो आप दरअसल अपने अवचेतन मन में उनकी प्रोग्रामिंग कर लेते हैं , जहाँ वे शक्ति ग्रहण करने लगते हैं । फिर आपका अवचेतन मन और आपका अतिचेतन मन इन लक्ष्यों पर दिन में 24 घंटे काम करने में जुट जाते हैं , चाहे आप जाग रहे हों या सो रहे हों ।
जब आप स्पष्ट , लिखित लक्ष्यों से अपने मन की प्रोग्रामिंग कर लेते हैं , तो आप उन मानसिक शक्तियों को सक्रिय कर देते हैं , जिनका इस्तेमाल आम आदमी शायद ही कभी करता है । आप अपने जीवन में ऐसे लोगों और परिस्थितियों को आकर्षित करने लगते हैं , जो आपके लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होती हैं ।
आपके मन में ऐसे विचार आने लगते हैं , जो आपको अपने लक्ष्यों की दिशा में आगे बढ़ाते हैं । आप उन चीज़ों के बारे में ज़्यादा चौकस और जागरूक हो जाते हैं , जिनसे आप ज़्यादा तेज़ी से अपने लक्ष्य हासिल कर सकते हैं ।
जब आप यह स्पष्ट कर लेते हैं कि आप क्या चाहते हैं , तो आपका बाहरी संसार किसी दर्पण की तरह विचारों और छवियों के आपके आंतरिक संसार का प्रतिबिंब परिणामों के रूप में दिखाने लगता है ।
जब आप सुनियोजित लक्ष्य निर्धारण के सिद्धांत लागू करने लगते हैं , तो आपको कोशिशों के अनुपात में बहुत ज़्यादा परिणाम मिलने लगते हैं । जहाँ पहले आपका प्रदर्शन औसत था , वहाँ आपको अब असाधारण परिणाम मिलते हैं ।
आप ज़्यादा सक्षम और सृजनात्मक बन जाते हैं । आप अपनी मानसिक शक्तियों का ताला खोल लेते हैं और सफलता के ऐसे स्तर हासिल करने लगते हैं , जिनसे आपके आस - पास के लोग चकित रह जाते हैं । थॉमस काायल ने एक बार लिखा था , " जिस इंसान के पास कोई लक्ष्य नहीं होता , वह सबसे समतल सड़क पर भी कोई प्रगति नहीं कर पाता है ।
दूसरी ओर , जिस इंसान के पास स्पष्ट लक्ष्य होता है , वह सबसे मुश्किल सड़क पर भी प्रगति कर लेगा । " तेल उद्योग के अरबपति एच . एल . हंट ने अरकंसा में बटाईदार के बेटे के रूप में शुरुआत की थी और बाद में वे संसार के सबसे अमीर लोगों में से एक बने ।
एक बार किसी ने उनसे उनकी " सफलता के रहस्य " पूछे । उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए इंसान को सिर्फ दो चीज़ों की ज़रूरत होती है । पहली , आपको सटीकता से यह तय कर लेना चाहिए कि आप क्या चाहते हैं ।
ज़्यादातर लोग ऐसा कभी नहीं करते हैं । दूसरे , आपको यह तय कर लेना चाहिए कि आप उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कौन सी क़ीमत चुकाएँगे और फिर उस क़ीमत को चुकाने में व्यस्त हो जाना चाहिए ।
सफलता की क़ीमत की दो शर्ते होती हैं । पहली शर्त यह होती है कि इसे पहले चुकाना होता है । जीवन किसी रेस्तराँ जैसा नहीं है , जहाँ आप भोजन करने के बाद बिल चुकाते हों । यह तो एक कैफेटेरिया की तरह है , जहाँ आपको खाना शुरू करने से पहले पूरी कीमत चुकानी होती है ।
सफलता की क़ीमत की दूसरी शर्त यह है कि आपको सफलता का आनंद लेने से पहले उसकी पूरी क़ीमत चुकानी होती है । सफलता डिस्काउंट योजना पर नहीं मिलती है । ज़िंदगी में किसी भी समय आप यह जान सकते हैं कि उस समय तक आपने सफलता की कितनी ज़्यादा क़ीमत चुकाई है । इसके लिए आपको बस अपने चारों तरफ़ देखना है ।
आपकी वर्तमान जीवनशैली , आमदनी और सफलता का स्तर आपकी चुकाई हुई क़ीमत का प्रतिबिंब है । आपने ज़िंदगी में अब तक जो कुछ भी हासिल किया है , अगर आप उससे खुश नहीं हैं , तो आप तुरंत काम में जुट जाएँ और उन पुरस्कारों व परिणामों के लिए क़ीमत चुकाने लगें , जिनका आनंद आप भविष्य में लेना चाहते हैं ।
कोई सीमाएँ नहीं हैं ; सिर्फ़ वही सीमाएँ हैं , जो आपके विचारों की सीमाएँ होती हैं । सटीकता से तय करें कि आप क्या चाहते हैं , इसे लिख लें , इसे हासिल करने की योजना बनाएँ और फिर हर दिन उस योजना पर काम करें । सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक आप ज़िंदगी में जो कुछ भी करते हैं , उसका लगभग 95 प्रतिशत आपकी आदतों से तय होता है ।
सफल इंसान वे हैं , जिन्होंने सफलता की आदतें डाल ली हैं । असफल इंसान वे हैं , जो अब तक सफलता की आदतें नहीं सीख पाए हैं । आप इस समय जो सबसे महत्त्वपूर्ण आदत डाल सकते हैं , वह है नियमित लक्ष्य तय करने की आदत । इससे आपके लिए महान जीवन का सृजन जितना सुनिश्चित होगा , उतना किसी दूसरी आदत या व्यवहार को सीखने से नहीं होगा ।
ज़ाहिर है , सिर्फ़ लक्ष्य तय करना ही काफ़ी नहीं है । आपको लक्ष्य हासिल करने के लिए आवश्यक ख़ास योग्यताएँ भी सीखनी होंगी । समस्याओं और मुश्किलों के सामने आने पर भी आपको सकारात्मक और आशावादी बनना होगा । आपको अपनी जिंदगी और इसमें होने वाली हर चीज़ की पूरी ज़िम्मेदारी लेनी होगी ।
आप जिसे हासिल करने में सक्षम हैं , वह हर चीज़ हासिल करने के लिए आपको अपनी विशेष योग्यताओं , शक्तियों और क़ाबिलियत को पहचानना होगा । इसके बाद अधिकतम सफलता के लिए आपको अपनी कंपनी और उद्योग में खुद को सही जगह पर रखना होगा ।
आपको दौलतमंद बनने के रहस्य सीखने होंगे , जिनमें सफल कारोबार शुरू करने और बनाने की रणनीतियाँ शामिल हैं , चाहे वह कारोबार आपका हो या किसी दूसरे का । आपको लोगों को प्रभावित करने और उन्हें राज़ी करने की ख़ास तकनीकें सीखनी चाहिए , जिनसे आप अपने प्रयासों को कई गुना बढ़ा सकते हैं और अपने आस - पास के संसार के मुख्य लोगों का समर्थन हासिल कर सकते हैं ।
आपको यह सीखना चाहिए कि अपने ज्ञान और योग्यताओं को लगातार कैसे बढ़ाएँ , ताकि आप सर्वोच्च संभव स्तर पर प्रदर्शन कर सकें । अंत में , आपको साहस और लगन के गुणों को विकसित करना चाहिए , क्योंकि इनके बिना कोई सफलता संभव नहीं है । आपको अपने डरों और शंकाओं से उबरना भी सीखना चाहिए , क्योंकि यही ज़्यादातर लोगों को पीछे रोके रखती हैं ।
आपको अटल संकल्प के साथ अपनी हर चीज़ का समर्थन करना भी सीखना चाहिए । आगे आने वाले पन्नों में आपको एक शक्तिशाली प्रक्रिया सिखाई जाएगी , जिससे आप किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं , जो आप जीवन में तय करेंगे ।
आप यह सीखेंगे कि अपनी आमदनी तेज़ी से कैसे बढ़ाई जाए और वित्तीय स्वतंत्रता कैसे हासिल की जाए । आप सीखेंगे कि अपने पारिवारिक जीवन को कैसे सुखी बनाया जाए और अपने स्वास्थ्य संबंधी लक्ष्य कैसे तय व हासिल किए जाएँ । आप सीखेंगे कि उपलब्धि और पुरस्कारों तक पहुँचने के लिए आप कई साल की कड़ी मेहनत से कैसे बच सकते हैं ।
लक्ष्य तय करने और हासिल करने की योग्यता काफ़ी हद तक किसी पहिये की धुरी जैसी होती है । हर चीज़ इसी के इर्द - गिर्द घूमती है । एक बार जब आप यह योग्यता सीख लेते हैं , तो फिर आप जिंदगी भर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं । आइए , हम शुरू करते हैं । लेखक - ब्रायन ट्रेसी
0 टिप्पणियाँ