इस पुस्तक में पूँजीपतियों , उद्यमियों(Entrepreneurs), बादशाहों और उद्योग जगत् के सिरमौर उद्योगपतियों की सफलताओं(successes) के बारे में बताया गया है । ये लोग कुख्यात(notorious) नहीं हैं , बल्कि उनके नाम इतिहास(History) में सुनहरे अक्षरों में लिखे गए हैं ।
आज के सुर्खियों(Headlines) में छाए रहनेवाले नामों के विपरीत , वे बार बार जेल जानेवाले नहीं , बल्कि जीनियस हैं ; बात - बात पर शिकायत करनेवाले नहीं , बल्कि विजेता हैं । उनका एक सम्मानित वर्ग है ।
हालाँकि वे किसी भी रूप में संत नहीं कहे जा सकते , लेकिन निश्चित रूप से उनका व्यक्तित्व विराट् था ; वे अकसर वह काम कर दिखाते थे , जिसे दूसरे असंभव कहा करते हैं ।
नीचे से भक्षण करनेवालों के दौर में , जब किताबों में हेर फेर किया जाता है और शेयरधारक घोटालों में लिप्त हैं , तब हमें अपने अमेरिकी प्रतिष्ठित व्य क्तियों के ज्ञान की पहले से अधिक आवश्यकता है ।
वे लोग दिग्गज थे । एंड्रयू कारनेगी , एलेक्जेंडर ग्राहम बेल , हेनरी फोर्ड , पी . टी . बेरनम जैसे लोगों ने कैसे सफ लता पाई ? ऊबड़ - खाबड़ जमीन पर उन्होंने किस प्रकार सही रास्ता बनाया और इस देश के लिए बुनियादी ढाँचे का निर्माण किया ? इनमें से कई निर्धन परिस्थितियों में पैदा हुए थे । किस रासायनिक क्रिया के द्वारा वे शुद्ध सोने में परिवर्तित हुए ? वह क्या चीज थी , जिसकी बदौलत वे विजेता बने ? उसी तरह की समान निर्मम परिस्थितियों से आनेवाला व्यक्ति इस केंद्रीय प्रश्न के उत्तर तलाशने का निश्चय करता है ।
कारनेगी ने अपने प्रस्तावना पत्र में ऐसे कार्य करके उन रहस्यों का पता लगाया है , जिनके बारे में किसी ने पहले सोचा तक नहीं था— उन्होंने महान् व्यक्ति से उसके महानतम बनने का तरीका पूछा है । इस प्रक्रिया में अनेक विषमताओं के बीच , वे स्वयं भी विजेता बने । उन्होंने प्रेरक लेखन का आविष्कार किया और आखिरकार स्वयं को मारकस ऑरेलियस , राल्फ वाल्डो इमरसन और बेन फ्रेंकलिन की सूची में शामिल कराने में सफल हुए ।
उनका कद पाँच फुट छह इंच था और उनका नाम नेपोलियन था , लेकिन उन्हें कभी कोई वाटरलू पराजित नहीं कर पाया तथा उन्होंने निर्वासन में भी कमजोर पड़ने से इनकार कर दिया नेपोलियन हिल सफलता के गुरुओं के भी गुरु थे । वे प्रेरक लेखन की सारी किताबों में सर्वप्रमुख ' थिंक ऐंड ग्रो रिच ' के लेखक हैं ।
आपके हाथ में अभी जो पुस्तक है , उसके बिना वह पुस्तक कभी प्रकाशित नहीं हो सकती थी । ( ' थिंक ऐंड ग्रो रिच ' पुस्तक का शीर्षक तय करने में अगर प्रकाशक की चली होती , तो उसे कभी सफलता नहीं मिलती ।
पहले उस पु स्तक का नाम ' यूज योर नूडल टू अर्न मोर बूडल ' होने जा रहा था । ) उसके प्रकाशन के चालीस से अधिक वर्षों बाद , व्यापार जगत् के मुखियाओं के यू.एस.ए. टूडे सर्वेक्ष षण में ' थिंक ऐंड ग्रो रिच ' को अब तक की सर्वाधिक बिक्री वाली प्रेरक व्यावसायिक पुस्तक माना गया और इस क्षेत्र की सर्वाधिक प्रभावशाली पाँच पुस्तकों में शामिल किया गया ।
उस पुस्तक में जो चमत्कारी सामग्री थी , वह आपको इस पुस्तक में भी मिलेगी , जो समूचे अमेरिका को झुकने पर मजबूर करनेवाले वित्तीय संकट को रोक सकती है । ' मैजिक लेडर ऑफ सक्सेस ' ' Think and Grow Rich' के सात साल पहले आर्थिक महामंदी के आरंभ के समय प्रकाशित हुई थी , इसलिए इसकी सफलता के आसार भी अमेरिकी अर्थव्य वस्था की बरबादी के साथ ही धुँधले हो गए थे । हालाँकि , इस पुस्तक में दिए गए विचार महान् साबित हुए और उनकी वजह से पुस्तक आगे चलकर चर्चित हुई ।
मैजिक लेडर में हिल के सफलता के प्रसिद्ध सत्रह नियमों को आजमाया गया है , उनकी पड़ताल की गई है और उनके चमत्कारी असर को देखा गया है ।
इस पुस्तक में नेपोलियन हिल ने अमेरिकी व्यापारिक इति हास के महानतम नामों की सोच से सीधे ही ज्ञान हासिल करके प्रस्तुत किया है , जिसके लिए हिल ने अपने समय के व्यावसायिक दिग्गजों के पाँच सौ से अधिक साक्षात्कार किए ।
लेखकीय यह पुस्तक अपने - अपने क्षेत्रों में विलक्षण सफलता हासिल करनेवाले सौ से अधिक महिला - पुरुषों तथा असफल माने जानेवाले 20 , 000 से अधिक महिला - पुरुषों के जीवन और कृतित्व के विश्लेषण का परिणाम है ।
अनुसंधान और विश्लेषण के अपने कार्य में लेखक को कई लोगों ने व्यक्तिगत रूप से अथवा जीवन तथा कृतित्व के अध्ययन में बहुमूल्य योगदान दिया । इन लोगों के नाम हैं नरी फोर्ड , जॉन बरोस , लूथर बरबैंक , थॉमस ए . एडीसन , हार्वे एस . फायरस्टोन , जॉन डी . रो कफेलर , चार्ल्स एम . श्वाब , वुडरो विलसन , डब्ल्यू . एम . रिगले जूनियर , ए.डी. लेस्कर , ई.ए. फाइलीन , जॉन वानामेकर , मार्शल फील्ड , विलियम होवार्ड टेफ्ट , एफ . डब्ल्यू . वुलवर्थ , जॉर्ज ईस्टमेन , चार्ल्स पी . स्टीनमेट्ज , थियोडोर रूजवेल्ट और एलेक्जेंडर ग्राहम बेल । उपरोक्त नामों में से हेनरी फोर्ड और एंड्रयू कारनेगी का इस दर्शन के निर्माण में योगदान सर्वाधिक माना जाना चाहिए ।
मि . कारनेगी ने ही सबसे पहले इसे लिखने का सुझाव दिया था । हेनरी फोर्ड के जीवन और कृतित्व ने इसके लिए सर्वाधिक सामग्री उपलब्ध कराई । दूसरे रूप में कहें तो उन्होंने समूचे दर्शन की मजबूती प्रमाणित करने में सहायता की । – नेपोलियन हिल
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